जैसे जैसे मिनट की सुई आगे बढी, हल्की हल्की सफेदी सी छाने लगी।
2.
मिनट की सुई का हर एक चक्कर मेरा एक घंटा समाप्त कर देता था।
3.
मिनट की सुई का हर एक चक्कर मेरा एक घंटा समाप्त कर देता था।
4.
मेरा अंदाजा सही था सेकंड की सुई चल रही थी पर घंटे और मिनट की सुई बंद थी।
5.
मुझे शक सा हुआ सेकंड की सुई तो चल रही है पर घंटे और मिनट की सुई नहीं चल रही है।
6.
बाद में वो फिर पकड़ा गया और उधर धमाके में घायल एक आतंकी की मौत हो गई क्योंकि उसको टाईमर सेट करने नहीं आता था और वो घंटे या मिनट की सुई में तार बंधने की जगह सेकेण्ड वाले कांटे में तार जोड़ बैठा था।